How to write Good and Remmarkable Answer





IAS / CGPSC / OTHER STATE PSC परीक्षा के लिए उत्तर लिखने के कौशल को बढ़ाने के लिए सुझाव

कुछ ही समय में अपने लेखन कौशल को सुधारने पर कार्य करने के लिए यहां कुछ तरीके दिए गए हैं।
यहां कुछ क्रियाकलाप दिए गये हैं जो कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा / CGPSC या अन्य राज्यों की राज्य सेवा की लिखित ( परंपरागत ) शैली की परीक्षाओं  में अधिक व्यावहारिक उत्तर लिखने के कौशल को बढ़ने में आपकी सहायता करेंगे।

1. चयनशील पढ़ना:

आप में से कई लोग “चयनशील” शब्द से परिचित होंगे। जब इसे पढ़ाई के साथ जोड़ा जाता है, तो यहां इसका मतलब कई स्त्रोतों से पढने को दर्शाने से है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा / CGPSC या अन्य राज्यों की राज्य सेवा की लिखित ( परंपरागत ) शैली की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए, यह सुनिश्चित करें कि आप बड़े पैमाने पर और कई ‘विश्वसनीय’ स्रोतों से पढाई करें।
यह आपकी उन विषयों के लिए तर्क बनाने में सहायता करेगा जिससे आप या तो अनजान हैं या सिर्फ़ थोड़ा-बहुत ही जानते हैं।

2. पिछले वर्ष के प्रश्न-पत्रों को हल करें:

शायद सबसे अधिक दोहराया गया सुझाव। प्रश्नों के वास्तविक स्तर और  प्रकार के बारे में जानने के लिए, यह आवश्यक है कि आप पिछले वर्ष के पेपरों को हल करें। अपने उत्तरों का विश्लेषण करने के लिए एक सही फोरम का चयन करें।

3. प्रश्न को समझें:

UPSC सिविल सेवा परीक्षा कठिन है। आप, इस तथ्य का प्रभाव अपने प्रदर्शन पर न पड़ने दें। प्रत्येक प्रश्न को हल करने से पहले तीन बार पढ़ें। ऐसा करने से आप यह जान पाएंगे कि वास्तव में क्या पूछा जा रहा है।
कभी-कभी, उम्मीदवारों को भ्रमित करने के लिए एक प्रश्न को, इसमें कुछ फेर-बदल करके पूछ लिया जाता है। आपकी स्थिति में ऐसा नहीं होना चाहिए।

4. संक्षेप में लिखें:

यह समझने की कोशिश करें कि यह आपके कॉलेज की परीक्षा नहीं है और न ही आपकी बोर्ड परीक्षा है। आपको केवल शीट भरने के लिए अंक नहीं दिए जायेंगे। UPSC सिविल सेवा परीक्षा / CGPSC या अन्य राज्यों की राज्य सेवा की लिखित ( परंपरागत ) शैली की परीक्षाओं (मुख्य परीक्षा) के लिए, घुमा-फिरा कर लिखने से बचें। सटीक उत्तर लिखें और उत्तर के पीछे का सही तर्क लिखें।

5. की-वर्ड निहित करें:

यह सलाह दी जाती है कि आप प्रश्न से संबंधित की-वर्ड का प्रयोग करें। यह आपके उत्तर को वेटेज देता है और इसे और अधिक पठनीय बनाता है। लेकिन फिर भी, इससे आपका उत्तर अस्पष्ट और बिना किसी तर्क के नहीं होना चाहिए।

6. समय प्रबंधन:

UPSC सिविल सेवा परीक्षा / CGPSC या अन्य राज्यों की राज्य सेवा की लिखित ( परंपरागत ) शैली की परीक्षाओं में, गति और सटीकता ही सब कुछ है। जैसे ही आपको प्रश्न की संरचना और बेसिक तर्क समझ आ जाता है, तो उसका उत्तर बनाना और लिखना प्रारंभ करें। शब्दावली के बहुत बड़े-बड़े शब्दों का प्रयोग न करें। आपका उत्तर व्यवहारिक होना चाहिये जिसके लिए बहुत अधिक समय भी न लें।

7. एक व्यावहारिक उत्तर की संरचना:

यदि हम मोटे तौर पर बात करें, तो UPSC परीक्षा में प्रत्येक उत्तर 4 वर्गों-परिचय, केंद्रीय विषय - अ. मूल उत्तर ब. समसामयिकी / वर्तमान समय में प्रासंगिकता ( सभी प्रश्नों में लागू नहीं, परन्तु UPSC / अन्य प्रमुख परीक्षाओं में अधिकांश प्रश्न किसी ना किसी समसामयिक मुद्दे को छूने वाले होते हैं उनका उल्लेख करें ) और निष्कर्ष के स्तर पर आपका उत्तर संतुलित होना चाहिए। किसी प्रश्न का उत्तर लिखते वक़्त आपको उसे इस प्रकार विभाजित करना चाहिए कि उस उत्तर को पढ़ते वक़्त एक समरूपता बरक़रार रहे।
उदाहरण :
एक आदर्श उत्तर का प्रारूप :

प्रस्तावना –     सामान्य एवं सटीक शब्दों में 1 या 2 लाइन ( शब्द सीमा अनुसार 100, 250, 500 अंक के प्रश्नों के लीए अनिवार्य रूप से लिखने का प्रयास करें ) में परिचय लिखें, सामान्यतः परिभाषा, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, चर्चित व्यक्ति के कथन (Quote) आदि का प्रयोग किया जाता है, आपकी प्रस्तावना यह बताती है की आप ने प्रश्न से क्या समझा अथवा समझा या नहींप्रस्तावना की गुणवत्ता से ही आपके प्राप्तांक की रुपरेखा तय हो जाती है, (First Impression is last impression),
मध्य भाग -     यह आपके उत्तर का मूल भाग होता है, इसमें पूछे गए प्रश्न का मूल उत्तर लिखा जाना चाहिए (1 या 2 पैराग्राफ में शब्द सीमा अनुसार ),
समसामयिकी - उत्तर के तीसरे या चौथे ( सामान्यतः तीसरे ) पैराग्राफ में यदि प्रश्न से सम्बंधित कोई समसामयिक घटना / उपलब्धि आदि हो तो उसका अवश्य उल्लेख करें अथवा वर्तमान सन्दर्भ में आपके उत्तर की प्रासंगिकता बताएं,
   निष्कर्ष -        निष्कर्ष में आपके उत्तर का सार 2 या 3 लाइन में सीमित होना चाहिए, उत्तर से बाहर                       के निष्कर्ष ना लिखें, अंत हमेशा सकारात्मक, एवं बीच का (Diplomatic) होना                         चाहिए, भले ही पूछा गया प्रश्न कितना ही नकारात्मक क्यों ना हो, कृपया भावनाओं में ना बहें, यह भी एक टेस्ट है, आपके उत्तर में हमेशा सकारात्मकता
                (Positive Attitude) दिखना चाहिए, आपका दृष्टिकोण हमेशा आशावादी होना
                    चाहिए निराशावादी नहीं

उत्तर में तथ्यों एवं डाइग्राम , फ्लोचार्ट आदि के कारगर प्रस्तुति की दरकार होती है, जिसके आठ सिद्धांत हैं —

1) मुख्य शब्दों को रेखांकित करें,

2) अपने उत्तर में जो अद्यतन जानकारी (अपडेट्स) आपने शामिल की है, उसे रेखांकित करें,

3) अपने प्रस्तुतीकरण को प्रभावशाली बनाने के लिए सरल डायग्राम्स, फ्लो चार्ट्स आदि बनाएँ, किंतु याद रखें, वे अनावश्यक न हों,

4) उन डायग्राम्स, फ्लो चार्ट्स आदि की व्याख्या करनी चाहिए और उन्हें अस्पष्ट नहीं छोड़ा जाना चाहिए,

5) हर थीम के कुछ महत्त्वपूर्ण शब्द होते हैं और परीक्षक आपसे उनका उल्लेख किए जाने की अपेक्षा रखता है,

6) प्रश्न के वक्तव्य (स्टेटमेंट) को अपने उत्तर में कहीं एकीकृत करने का प्रयास करें. इससे आपका उत्तर संकेंद्रित (फोकस्ड) और सुगठित बनता है,

7) परीक्षा से ठीक पहले अपने तीन-चार बहुमूल्य घंटे विषय के डायनेमिक पहलुओं को दें. इसमें नवीनतम जानकारी, रिपोर्ट्स, डायग्राम्स आदि शामिल हैं. अंतिम क्षणों में इन पर एक विहंगम दृष्टि मात्र डालना भी इन्हें जीवंत बना देता है और आपकी याददाश्त में ताजा कर जाता है (बशर्ते आपने उन्हें पहले पढ़ा हो), जिससे उन्हें परीक्षा में ज्यादा प्रामाणिकता से प्रस्तुत करना संभव होता है. यह काफी अंतर पैदा कर देता है.

याद रखें :-

"अधिक पढ़ाई नहीं, बल्कि उपयोगी पढ़ाई उत्कृष्टता की ओर ले जाती है."

8. अपने उत्तर को और अधिक उपयोगी बनायें:

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके उत्तर में सही आवश्यक जानकारियां विद्यमान हैं, इसे सबसे संभव कारगर तरीके से विभाजित करें। उत्तर को और अधिक पठनीय प्रारूप में प्रदर्शित करने के लिए तालिका, चार्ट, चित्र और तथ्यों का प्रयोग करें। लेकिन उत्तर को अव्यवस्थित करने से बचें।

9. पढ़ें और रिविज़न करें:

दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करने के दबाव में, स्पेलिंग में गलतियां और तार्किक त्रुटियां हो सकती हैं। यह सुनिश्चित करें कि आपने उत्तर को पूर्ण चिन्हित करने से पहले, इस पर एक नज़र डाल ली है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा में एक-एक अंक बहुत मायने रखता है।
निष्कर्ष के तौर पर, UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए, प्रत्येक विषय को ध्यान में रखते हुए आपको 2 घंटे की समय सीमा के तहत 20-25 प्रश्नों को हल करने की क्षमता को विकसित करना होगा।एवं 
CGPSC राज्य सेवा परीक्षा में 2 घंटे में 32 - 38 प्रश्नों को , साथ ही उत्तर लिखने के लिए दिए गए स्थान के कमी को देखते हुए कम अंक वाले प्रश्न जैसे 2 अंक ( 30 शब्द ), 4 अंक ( 60 शब्द ) में की-वर्ड्स और फैक्ट आधारित उत्तर लिखने का प्रयास करे.
"सुनिश्चित सफलता के लिए प्रत्येक टेस्ट अवश्य लिखें"
स्वयं के अनुभव के आधार पर दिया गया सुझाव - चंद्रप्रकाश पात्रे , सीईओ @पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन
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