विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी : 1.1 राष्ट्रीय विज्ञान नीति




विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी : 1.1 राष्ट्रीय विज्ञान नीति













विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी : 1.1 राष्ट्रीय विज्ञान नीति

1.1 राष्ट्रीय विज्ञान नीति , 1958
1.2 राष्ट्रीय विज्ञान नीति , 1983
1.3 राष्ट्रीय विज्ञान नीति , 1993
1.4 राष्ट्रीय विज्ञान नीति , 2003
1.5 विज्ञान , प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष (INNOVATION)  नीति , 2013
1.6 विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्न

1.1 राष्ट्रीय विज्ञान नीति, 1958

वैज्ञानिक अनुसन्धान एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय – 1951
प्रथम राष्ट्रीय विज्ञान नीति – 4 मार्च 1958 (मानव संसाधन परिषद् का गठन)

“इस समृद्ध देश के गरीब निवासियों की भूख, निरक्षरता, अन्धविश्वास, अस्वस्थता, रीति-रिवाजों की रुढ़ीग्रस्तता तथा देश के विपुल संसाधनों की बर्बादी की समस्या से विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सहायता से ही निपटा जा सकता है.” – पं. जवाहरलाल नेहरु
प्रमुख बिंदु
Ø राष्ट्र के विकास के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का विकास अति आवश्यक है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.
Ø विज्ञान के प्रसार हेतु किये जाने वाले प्रयासों को प्रोत्साहन दिया जायेगा चाहे वह निजी क्षेत्र द्वारा ही क्यों ना किया गया हो.
Ø शिक्षा, कृषि, उद्योग, तथा रक्षा क्षेत्र की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु विज्ञान का विकास किया जायेगा.
Ø उच्च स्तर के वैज्ञानिक अनुसंधानों हेतु आधारभूत ढांचे का विकास किया जायेगा तथा इसे विश्व स्तर के वैज्ञानिक अनुसंधानों  से जोड़ा जायेगा ताकि विश्व में हो रहे अनुसंधानों का त्वरित लाभ भारत को मिल सके.
Ø विज्ञान के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए इसे प्राथमिकता वाले क्षेत्र में रखा जायेगा.
Ø सृजनात्मक प्रतिभा एवं वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जाएगी.
Ø देश के वैज्ञानिकों को समुचित सम्मान देते हुए उनके सलाह मशविरे को देश की विज्ञान सम्बन्धी नीतियों में शामिल किया जायेगा.
Ø विज्ञानं तथा प्रौद्योगिकी विकास के लाभ को आम जन तक पहुचाने हेतु उपाय किये जायेंगे.
Ø विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्यावरण, महासागर विकास एवं परंपरागत ऊर्जा एवं जैव प्रौद्योगिकी विभागों की स्थापना की जाएगी.
§ प्रथम पंचवर्षीय योजना (1951-56) : नयी राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं, शोध संस्थान,
§ द्वित्तीय पंचवर्षीय योजना (1956-61) : सरलता और मानवीकरण के लिए MKS पद्धति अपनाई गई,
§ तृत्तीय पंचवर्षीय योजना (1961-66) : अंतरिक्ष अनुसन्धान, समुद्र तथा गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोतों एवं पर्यावरण संरक्षण
§ चतुर्थ पंचवर्षीय योजना (1969-74) : इस्पात, रसायन, उपकरण, आणविक ऊर्जा के क्षेत्र में स्वदेशी तकनिक
§ पांचवीं पंचवर्षीय योजना (1974-78) : 117 करोड़ वि. प्रौ. के लिए, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रॉनिक्स, राष्ट्रीय सूचना प्रणाली
§ छठवीं पंचवर्षीय योजना (1980-85) : प्लाज्मा भौतिकी, इम्युनोलोजी, एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी


1.2 राष्ट्रीय विज्ञान नीति, 1983

प्रमुख बिंदु

Ø प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना तथा देशी प्रौद्योगिकी एवं आयातित प्रौद्योगिकी के मध्य समन्वय स्थापित करना.
Ø देश की प्राथमिकताओं एवं संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए देशी प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करना.
Ø देशी प्रौद्योगिकी तथा पारंपरिक निपुणता के व्यवसायिक उपयोग पर विशेष बल देना.
Ø रोजगार सृजन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना.
Ø अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी देशी प्रौद्योगिकी के निर्यात तथा विदेशी प्रौद्योगिकी के आयात को प्रोत्साहन देना.
Ø गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के विकास तथा पर्यावरण संरक्षण में प्रौद्योगिकी का भरपूर इस्तेमाल करना.
Ø राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी नीति को लागू करने के लिए प्रौद्योगिकी नीति क्रियान्वयन समितियों का गठन करना.
§छठवीं पंचवर्षीय योजना (1980-85) : प्लाज्मा भौतिकी, इम्युनोलोजी, एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी
§सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-90) : भोजन, कार्य, उत्पादकता, रोजगार, जैव प्रोद्योगिकी, समुद्र, आदि
§आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-97) : जनस्वास्थ्य, कृषि रसायन, कीटनाशक, औषधि, हलके परिवहन विमान, इलेक्ट्रॉनिक्स


1.3 राष्ट्रीय विज्ञान नीति, 1993

1991 – LPG ( उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण ) – खुली अर्थव्यवस्था – प्रतिस्पर्धा – 1993 में विज्ञान नीति की घोषणा
प्रमुख बिंदु
Ø देश के प्रौद्योगिकी विकास को विकसित राष्ट्रों के समकक्ष करना.
Ø प्रौद्योगिकी के विकास और उसके लाभ को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुचने हेतु विशेष रणनीति बनाना.
Ø प्रौद्योगिकी का विकास कठोर श्रम को कम करने हेतु करना तथा जनजीवन के स्तर में सुधर करना.
Ø प्राकृतिक संसाधनों का उचित मात्र में दोहन तथा पर्यावरण संरक्षण में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना.
Ø स्वदेशी प्रौद्योगिकी को अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुरूप करना तथा मानव संसाधन का अधिकतम उपयोग करना.
Ø 21 वीं शताब्दी की चुनौतियों को देखते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने हेतु शोध एवं अनुसन्धान को प्रोत्साहन देना.
Ø प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले वैज्ञानिको को पुरस्कार एवं प्रोत्साहन देना.
Ø नयी प्रौद्योगिकी के विकास हेतु उपयुक्त संसाधन उपलब्ध करवाना.
Ø प्राकृतिक संसाधनों का सर्वेक्षण करना तथा दोहन के उचित तरीकों का विकास करना.
Ø वैकल्पिक ऊर्जा तथा गैरपरम्परागत ऊर्जा स्रोतों की तलाश करना.
Ø स्वास्थ्य सेवाओं में आधुनिक तकनीक का उपयोग करना.
Øआठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-97) : जनस्वास्थ्य, कृषि रसायन, कीटनाशक, औषधि, हलके परिवहन विमान, इलेक्ट्रॉनिक्स
Øनौवीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002: आर्थिक उन्नति, व्यवहारिक संशोधन, उद्योगों & अनुसन्धान संस्थानों के मध्य सामंजस्य
Øदसवीं पंचवर्षीय योजना (2002-07) : स्वदेशी प्रौद्योगिकी, पशुपालन, कृषि, वानिकी, बायो-टेक्नोलॉजी


1.4 राष्ट्रीय विज्ञान नीति, 2003

§3 जनवरी, 2003 – बैगलुरु ( कर्नाटक ) – 90 वां राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस – तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति, 2003 की घोषणा
§पहली बार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को समाज के विकास एवं राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु अपरिहार्य माना गया. एवं अनुसंधानों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के मध्य समन्वय की आवश्यकता को स्वीकार किया गया.

प्रमुख बिंदु
Ø देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय गतिविधियों को बढ़ने के लिए इस क्षेत्र के लिए बजट में इस प्रकार से प्रावधान किया जायेगा की इस पर होने वाला कुल व्यय सकल घरेलु उत्पाद के 2 प्रतिशत से अधिक हो जाये.
Ø स्वदेशी प्रौद्योगिकी के वाणिज्यिक पोयोग पर विशेष बल दिया जायेगा.
Ø उद्योगों और अनुसंधानशालाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने हेतु संसाधनों का विकास किया जायेगा.
Ø उच्च शैक्षणिक संस्थाओं, इंजीनियरिंग कालेजों, तथा अनुसंधानशालाओं को आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराया जायेगा.
Ø नौकरशाही के प्रभावों को कम करने हेतु विज्ञान संस्थाओं को स्वायत्तता प्रदान की जाएगी.
Ø विज्ञान से सम्बंधित विभागों एवं उद्योगों के मध्य समन्वय स्थापित किया जायेगा.
Ø विदेशों में बसे भारतीय वैज्ञानिकों को वापस लाने हेतु प्रयास किया जायेगा.
Ø उच्च माध्यमिक एवं हाई स्कूलों को प्रयोगशालाओं से युक्त किया जायेगा.
Ø सभी आर्थिक एवं वैज्ञानिक मंत्रालयों हेतु एक उच्च स्तरीय सलाहकार समिति का गठन किया जायेगा.
Ø गरीबी, भुखमरी, पेयजल समस्या, खाद्यान्न उत्पादन इत्यादि देश की मौलिक समस्याओं के निस्तारण में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का भरपूर इस्तेमाल किया जायेगा.
§दसवीं पंचवर्षीय योजना (2002-07) : स्वदेशी प्रौद्योगिकी, पशुपालन, कृषि, वानिकी, बायो-टेक्नोलॉजी
§ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (2007-12नदी जल स्वच्छता, पेयजल, स्वस्थ्य, कृषि
§बारहवीं पंचवर्षीय योजना (2012-17) : इलेक्ट्रॉनिक्स & सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन विकास


1.5 विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष INNOVATION ) नीति,2013
घोषणा - 3 जनवरी 2013 -  नवोन्मेष दशक ( 2010-20) – नवोन्मेष परिषद् की स्थापना
“लोगों के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष”
समावेशी विकास के लिए नवोन्मेष का तात्पर्य है जहाँ तक संभव हो
जनसँख्या के एक बड़े भाग तक संसाधनों की पहुँच, उपलब्धता और
वहनीयता सुनिश्चित करना हैं.
प्रमुख बिंदु
Ø 2020 तक भारत को विश्व के पञ्च सर्वोच्च वैज्ञानिक शक्तियों में स्थान दिलाना.
Ø समाज के सभी वर्गों के बीच वैज्ञानिक प्रवृत्ति के प्रसार को बढ़ावा देना.
Ø प्रतिभावान और मधवी लोगों के लिए विज्ञान, अनुसन्धान, और नवोन्मेष में करियर को पर्याप्त रूप से आकर्षक बनाना.
Ø विज्ञान के कुछ चुनिन्दा अग्रणी देशों क्षेत्रों में विशिष्ट नेतृत्व हासिल करने के लिए अनुसन्धान और विकास ( R&D) हेतु विश्व स्तरीय संरचना स्थापित करना.
Ø समावेशी आर्थिक विकास एजेंडा तथा उत्कृष्टता और प्रासंगिकता की संयुक्त प्राथमिकताओं के साथ विज्ञान, अनुसन्धान एवं नवोन्मेष प्रणालियों के योगदान को जोड़ना.
Ø शोध पर व्यय को मौजूदा 1 फीसदी से बढाकर 2 फीसदी करना.
Ø निजी क्षेत्र के साथ भागेदारी में शोधकार्य को बढ़ावा देना.
Ø कृषि तथा आम लोगों से जुड़े शोधो को बढ़ावा देना.
Ø जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए ग्रीन तकनीकी का विकास.
Ø अगले 5 साल में देश की वैज्ञानिक मैनपावर को 66 प्रतिशत तक बढ़ाना.
Ø वैज्ञानिक शोध के जरिये महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास करना.
Ø विदेशी वैज्ञानिक संस्थानों के साथ शोध के लिए भागेदारी.
Øबारहवीं पंचवर्षीय योजना (2012-17) : इलेक्ट्रॉनिक्स & सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन विकास


1.6 विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्न

1.भारत में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी का विकास
2. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति 2003 ( 1958, 1983, 1993, 2003, 2013 )
3.11 वीं 5 वर्षीय योजना में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
4.राष्ट्रिय विज्ञान एवं तकनिकी आयोग
5.विज्ञान एवं तकनिकी ढांचा
6.वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान पारिषद
7.भारतीय चिकित्सा अनुसन्धान परिषद्
8.विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का इंस्पायर कार्यक्रम
9.भारत के ग्रामीण विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की क्या भूमिका है ?
10.भारत के सामाजिक–आर्थिक  विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की क्या
भूमिका है ?
11.भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास की चर्चा करें.
12.आजादी के 64 वर्षों में भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों की चर्चा करें.
13. भारत में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारभूत संरचनाओं के विकास में अपना कैसे योगदान दे रहा है ?
14. समकालीन विश्व में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में विकास की चर्चा करें.
15.BAARC क्या है ?


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